व्यापार और विश्व अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भारत के साथ एक महत्वपूर्ण मुलाकात आ रही है, जब वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 28 और 29 अक्टूबर को जापान के ओसाका में जी7 समूह के व्यापार मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में विस्तार से जानेंगे और देखेंगे कि इसका व्यापारिक माहौल के साथ कैसे लिंक है।
जी7 और भारत: व्यापार मंत्री की महत्वपूर्ण बैठक:
जी7 कौन हैं: जी7 एक अंतरसरकारी राजनीतिक मंच है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, इटली, फ्रांस, कनाडा और जर्मनी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यूरोपीय संघ (ईयू) एक "नॉन-इन्यूमरेटेड सदस्य" है।
जी7 की व्यापारिक चर्चा: जी7 सदस्य देशों के व्यापार मंत्री व्यापार और निवेश से संबंधित मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और बेहतर भविष्य की दिशा तय करने के उद्देश्य से वार्षिक बैठक करते हैं।
भारत और जी7: समृद्धि की दिशा:
भारत का योगदान: इस बैठक के माध्यम से भारत एशिया के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में प्रमुख भूमिका निभाएगा और विश्व व्यापार और निवेश में अपने संकेतों को साझा करेगा।
व्यापारिक समर्थन: इस बैठक के दौरान, भारत व्यापारिक आर्थिक सहयोग के अद्वितीय अवसरों की तलाश में रहेगा और अपने उत्पादों और सेवाओं को विश्व बाजार में बढ़ावा देगा।
जी7 बैठक के महत्वपूर्ण विषय:
आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन: इस वर्ष, विषय है, "आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन कैसे बढ़ाएं?" जिससे व्यापारिक लचीलापन की बढ़ोतरी और उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला