भारत में चलने वाली पहली बुलेट ट्रेन को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा अपडेट दिया है. इससे पहले उन्होंने गजराज तंत्र के बारे में जानकारी दी है. यह एक ऐसी प्रणाली है जो हाथियों को ट्रेनों की चपेट में आने से बचाती है। इस बीच रेल मंत्री ने 50 किलोमीटर की पहली बुलेट ट्रेन के बारे में भी जानकारी दी है.
भारत की पहली बुलेट ट्रेन कहाँ चलेगी?
आपको बता दें कि देश की पहली बुलेट ट्रेन गुजरात के बिलिमोरा और सूरत के बीच चलाई जाएगी. दूरी लगभग 50 किमी है और अगस्त 2026 में पूरी होगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे इस समय देश के रेल नेटवर्क की ओवरहालिंग कर रहा है। रेल मंत्री ने रेलवे के कवच सिस्टम के बारे में भी जानकारी दी. वैष्णव ने ओडिशा की उस घटना को भी याद किया जहां ट्रेनों की टक्कर में करीब 300 लोगों की मौत हो गई थी.
रेलवे की गजराज प्रणाली क्या है?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि गजराज प्रणाली के कारण हाथियों और चलती ट्रेनों के बीच टकराव को रोका जा सकता है. इस ट्रैकर का प्रयोग सबसे पहले देश के विभिन्न हाथी बहुल इलाकों में किया जाएगा। रेल मंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के बाद देश के रेल नेटवर्क को 1768 मेल एक्सप्रेस से बढ़ाकर 2124 मेल एक्सप्रेस कर दिया गया है. यात्री ट्रेनों की बात करें तो जहां पहले 2792 यात्री ट्रेनें चल रही थीं, वहीं अब 2856 यात्री ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
रेलवे का नया लक्ष्य क्या है?
रेल मंत्री ने कहा कि 2022-23 के दौरान रेलवे ने करीब 640 करोड़ यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. वहीं, इस लक्ष्य को बढ़ाकर 2024 में 750 करोड़ यात्री कर दिया गया है। इस दौरान रेल मंत्री ने पहली बुलेट ट्रेन के बारे में भी जानकारी दी और कहा कि बिलमोरा से सूरत के बीच 100 किमी का हिस्सा बुलेट ट्रेन के लिए तैयार किया जा रहा है.