टीवी शो 'निमकी मुखिया' में महुआ के किरदार से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सानिया अब हाल ही में रिलीज़ हुए आत्मीय संगीत वीडियो ‘कर फ़ैसला’ में एक नए रंग में नज़र आईं हैं। उनकी यह यात्रा न केवल सधी हुई अभिनय प्रतिभा को दर्शाती है, बल्कि उनके चयनित किरदारों में गहराई और भावनात्मक पकड़ भी देखने को मिलती है।
‘कर फ़ैसला’ में सानिया के साथ नज़र आए जाने-माने पार्श्वगायक आमन त्रिखा, जिनके गाए गाने 'हुक्का बार' और 'प्रेम लीला' जैसी हिट्स रह चुके हैं। जहाँ त्रिखा की आवाज़ इस गाने की आत्मा को स्वर देती है, वहीं सानिया की अदायगी इसे एक अलग ही गहराई प्रदान करती है। उन्होंने केवल अभिनय नहीं किया — उन्होंने हर भावना को आत्मसात किया और उसे ईमानदारी से परदे पर उतारा।
सानिया कहती हैं, "मैं उन कहानियों में विश्वास करती हूँ जो लोगों को भीतर तक छू जाती हैं। ‘कर फ़ैसला’ ने मुझे यह मौका दिया — बिना संवादों के दर्द, शक्ति और मौन को अभिव्यक्त करने का। यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो मेरे दिल के बेहद करीब है।”
इस म्यूजिक वीडियो की सिनेमैटोग्राफी, मार्मिक बोल और संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली कहानी सानिया के भावपूर्ण अभिनय को और अधिक निखार देती है। दर्शकों ने उनके अभिनय में झलकती संवेदनशीलता और शांत ताकत की सराहना की है, साथ ही उनके दृश्यात्मक प्रभाव को भी काफी सराहा है।
यह पहली बार नहीं है जब सानिया ने दर्शकों का दिल जीता हो। ‘निमकी मुखिया’ और इसके सीक्वल ‘निमकी विधायक’ में उन्होंने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई थी। यह शो सामाजिक मुद्दों पर आधारित था और 600 से अधिक एपिसोड तक चला — जो अपने आप में एक उपलब्धि है। महुआ का किरदार, जिसकी ईमानदारी और भावनात्मक गहराई दर्शकों के दिलों में उतर गई, सानिया के अभिनय की असली पहचान बना।
अब सानिया जल्द ही नज़र आएँगी आगामी वेब सीरीज़ ‘सरकारी दमाद’ में, जिसमें नज़र आएँगे व्यंग्य, ड्रामा और मनोज तिवारी के गानों से सजा एक शानदार साउंडट्रैक। हालाँकि फिलहाल शो के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है, पर दर्शकों की उम्मीदें ज़रूर ऊँची हैं।
सानिया नूरैन की यात्रा को खास बनाता है उनका विश्वास — सिर्फ भूमिकाओं का चयन नहीं, बल्कि उनका मकसद और जुड़ाव। मनोरंजन की तेज़ रफ्तार दुनिया में वह यह साबित कर रही हैं कि ज़मीन से जुड़े रहना, सार्थक कहानियाँ चुनना और दर्शकों से दिल से जुड़ना ही असली सफलता का रास्ता है।
अगर उनके हालिया काम को संकेत माना जाए, तो यह साफ़ है कि सानिया केवल दिखने के लिए नहीं आईं — वह याद रहने के लिए आई हैं।