दक्षिण-पश्चिम मानसून ने देश के कई हिस्सों में दस्तक दे दी है, जिससे गरज-बिजली के साथ तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बारिश ने गर्मी से राहत तो दी ही, साथ ही कई राज्यों में मौसम को खुशनुमा बना दिया है। खासकर उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 4-5 दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण गरज, बिजली और तेज हवा के साथ बादल बरसते रहेंगे। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस पूरे मौसम पर विशेष अलर्ट जारी किया है ताकि आम जनता सतर्क रहे और अपने सुरक्षा उपाय कर सके।
मानसून और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता
IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश पर एक डिप्रेशन एरिया बना हुआ है जो धीरे-धीरे नॉर्थ-नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ रहा है। अगले 12 घंटों में यह लो प्रेशर एरिया कमजोर पड़ने की संभावना है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी मध्य और ऊपरी वायुमंडल में सक्रिय है। खास बात यह है कि पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन मौजूद हैं, जबकि पश्चिमी राजस्थान और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर भी चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। ये सभी मंज़र भारत के दक्षिण-पश्चिम मानसून को और प्रभावी बना रहे हैं। इस वजह से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक मानसून के असर के निशान देखने को मिल रहे हैं।
पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों जैसे असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले सात दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 31 मई से 1 जून तक जोरदार बारिश की संभावना जताई गई है। दक्षिण भारत में केरल और कर्नाटक में 31 मई से 2 जून तक गरज, बिजली के साथ बारिश होगी। वहीं तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी 31 मई को बारिश और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट
उत्तर-पश्चिम भारत में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज होने की संभावना है। 31 मई से 3 जून के बीच उत्तर प्रदेश और राजस्थान में छिटपुट बारिश के साथ धूल भरी आंधी भी आ सकती है। इन क्षेत्रों में 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। पश्चिम भारत के गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में भी भारी बारिश के बादल मंडरा रहे हैं।
पूर्वी और मध्य भारत में मौसम का मिजाज
छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और बिहार में 31 मई से 1 जून के दौरान गरज-चमक के साथ तेज बारिश होगी। 2 से 3 जून को इन राज्यों में 50-60 से लेकर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलेंगी, जिससे मौसम में और बदलाव देखने को मिल सकता है।
तापमान में बदलाव का हाल
उत्तर-पश्चिम भारत में अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी, जिससे वहां का मौसम थोड़ा ठंडा महसूस होगा। वहीं पूर्वी भारत में अगले चार दिनों के दौरान तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। मध्य भारत में भी अगले दो दिनों में तापमान 2-4 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है, जिससे कुछ इलाकों में गर्मी का एहसास फिर से हो सकता है।
दिल्ली एनसीआर में मौसम का हाल
दिल्ली एनसीआर में हाल के 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट देखी गई है। राजधानी में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः लगभग 39 डिग्री और 23 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। 31 मई को यहां गरज के साथ बूंदाबांदी और हल्की बारिश हो सकती है। साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी जिनकी रफ्तार 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। 1 और 2 जून को दिल्ली के आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे और गरज के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं।
सावधानियां और सुझाव
IMD ने सभी राज्यों के लिए अलर्ट जारी करते हुए नागरिकों से सावधानी बरतने को कहा है। तेज बारिश और तेज हवाओं के कारण नदी-नाले उफान पर आ सकते हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति बन सकती है। इसलिए लोगों को सुरक्षा उपाय अपनाने और अनावश्यक बाहर जाने से बचने की सलाह दी गई है। साथ ही किसान, ट्रैफिक पुलिस, और आपदा प्रबंधन विभाग को भी सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
इस बार मानसून ने देश के कई हिस्सों में सक्रियता दिखाई है, जिससे गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन साथ ही सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी हो गया है। बारिश के इस मौसम में मौसम विभाग के अलर्ट पर ध्यान देकर ही हम सुरक्षित रह सकते हैं और इस प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकते हैं।