एक समय था जब बिहार का पूरा शिक्षा विभाग माफियाओं के चंगुल में था. बिहार का शिक्षा विभाग माफियाओं का शिकार हो गया था. टॉपर घोटाला तब सामने आया जब पैसे लेकर परीक्षा पास कराने और एडमिशन दिलाने का धंधा चल रहा था और फिर शिक्षा माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. जांच के बाद ईडी ने माफिया बच्चा राय समेत कई लोगों पर मुकदमा चलाया और उनकी जमीन जब्त कर ली. कहते हैं जो कहीं नहीं होता वो बिहार में होता है. देशभर में भ्रष्ट और बेईमान लोगों की संपत्ति जब्त करने वाली केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की संपत्ति बिहार में बदमाशों ने जब्त कर ली है. यह मामला वैशाली का है. अब ईडी ने बिहार पुलिस से अपनी जमीन को गुंडों के कब्जे से छुड़ाने की अपील की है.
टॉपर घोटाले के आरोपियों का कारनामा
टॉपर घोटाले में वैशाली जिले में स्थित विशुन राय कॉलेज और उसके प्रिंसिपल बच्चा राय बिहार के शिक्षा विभाग के सबसे बड़े माफिया के रूप में उजागर हुए थे. जहां बच्चों को अच्छे नंबर दिलाकर टॉपर बनाने का सिंडिकेट चलाया जा रहा था. जांच के बाद, बच्चा राय को गिरफ्तार कर लिया गया और एजेंसी ने बच्चा राय के कॉलेज सहित कई संपत्तियों को जब्त कर लिया।
शिक्षा माफिया के गुर्गों ने कब्जा कर लिया
जानकारी के मुताबिक, अब बच्चा राय ने एक बार फिर से बच्चों के लिए टॉपर बनाने का काम शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं माफिया बच्चा राय ने ईडी की संपत्ति पर भी कब्जा कर लिया है. ईडी के सहायक निदेशक राजीव रंजन ने भगवानपुर थाने में मामला दर्ज कर अपनी जमीन को गुंडों से मुक्त कराने के लिए कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस ने कहा- कार्रवाई की जाएगी
इस मामले में हाजीपुर के एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया कि एफआईआर के मुताबिक, बच्चा राय और उनके गुर्गों ने ईडी की संपत्ति पर कब्जा कर लिया था और निर्माण कार्य शुरू कर दिया था. हमने फिलहाल निर्माण रोक दिया है।' आरोपी बच्चा राय के खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.