मुंबई, 18 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट बीच समुद्र में डूब गई। 80 लोगों की क्षमता वाली बोट में 100 से ज्यादा यात्री सवार थे, जिसमें से 13 लोगों की मौत हो गई है। 101 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। हादसा उरण के पास बुधवार शाम करीब 3:55 बजे हुआ। मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं की ओर जाते समय अरब सागर में बुचर द्वीप के पास नौसेना की गश्ती स्पीड बोट ने नाव को टक्कर मार दी। इससे नाव में पानी भर गया और वह डूब गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 8:25 बजे विधानसभा में जानकारी दी कि मरने वाले 13 लोगों में से 10 आम लोग हैं जबकि 3 नेवी के कर्मचारी हैं। रेस्क्यू किए गए लोगों को छह अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दो लोगों की हालत गंभीर है। राज्य सरकार सभी मृतकों के परिजन को 5 लाख रुपए की सहायता राशि देगी। पुलिस और नेवी मिलकर हादसे की जांच करेगी।
जानकारी के मुताबिक, नौसेना, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT), तटरक्षक बल, यलोगेट पुलिस स्टेशन 3 और स्थानीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं की मदद से राहत और बचाव कार्य को अंजाम दिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना की 11 बोट, मरीन पुलिस की 3 बोट और कोस्ट गार्ड की 1 बोट लगी। 4 हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे। यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया वापस लाया गया। जहां से उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। वहीं, नौसेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि नौसेना का जहाज इंजन ट्रायल पर था। कैप्टन उस पर से नियंत्रण खो बैठा और जहाज नीलकमल बोट से टकरा गया। चार नेवी हेलीकॉप्टर, 11 नेवी जहाज, एक कोस्ट गार्ड बोट और तीन समुद्री पुलिस बोट रेस्क्यू में जुटे। नेवी और सिविल जहाजों ने 99 लोगों का रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया। हादसे में 13 लोगों की जान गई है। इनमें एक नेवी कर्मी और दो OEM (ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर) के लोग शामिल हैं।