मुंबई, 21 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू ने कहा कि फ्लाइट्स में बम की धमकियों से निपटने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है। धमकी देने वालों को नो-फ्लाई लिस्ट में डाला जाएगा। एविएशन सिक्योरिटी नियमों के साथ ही सिविल एविएशन एक्ट, 1982 में संशोधन की भी योजना बनाई जा रही है। वहीं, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के महानिदेशक जुल्फिकार हसन और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने भी केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से मुलाकात की। करीब आधे घंटे चली, लेकिन बैठक का ब्योरा अभी सामने नहीं आया है। गृह मंत्रालय ने फ्लाइट्स में बम की धमकियों के संबंध में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री और BCAS से डिटेल रिपोर्ट मांगी थी। CISF, NIA और IB को भी रिपोर्ट देने को कहा गया था। 20 अक्टूबर को भारतीय एयरलाइंस की 25 फ्लाइट्स में बम की धमकियां मिली थीं। इस हफ्ते करीब 100 फ्लाइट्स में बम होने की धमकियां मिली हैं।
इसके बाद केंद्र सरकार ने सिविल एविएशन के महानिदेशक (DGCA) विक्रम देव दत्त को पद से हटा दिया था। फ्लाइट्स में लगातार मिल रही बम की धमकियों के बीच सोमवार को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एअर इंडिया की फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी है। आतंकी ने वीडियो जारी कर 1984 के सिख दंगों का बदला लेने की बात कही है। उसने लोगों को एअर इंडिया में सफर न करने को कहा है। वहीं, पन्नू ने कहा, इस साल 1984 के सिख दंगों की 40वीं बरसी है। दंगों में 13 हजार से अधिक सिख मारे गए थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। आज भी दिल्ली में विधवा कॉलोनी है। पूरी घटना भारत सरकार ने की थी। विदेश यात्रा करने वाले लोग 1 से 19 नवंबर तक एअर इंडिया का बायकॉट करें। विमान में बम होने की सूचना मिलने पर फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा जाता है। इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचाने के लिए भी व्यवस्था करनी पड़ती है। साथ ही, एक रिपोर्ट के अनुसार, इन सब पर करीब 3 करोड़ रुपए तक खर्च होते हैं। इस हफ्ते विस्तारा, एअर इंडिया, इंडिगो, अकासा, स्पाइसजेट, स्टार एयर और अलायंस एयर की 70 से ज्यादा घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को धमकी मिल चुकी है। धमकियों की वजह से अब तक 200 करोड़ रुपए तक का नुकसान हो चुका है।