मुंबई, 03 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) को लेटर लिखकर जामा मस्जिद दिल्ली का सर्वे करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने जोधपुर और उदयपुर के कृष्ण मंदिर को तोड़कर जामा मस्जिद की सीढ़िया में मूर्तियों के अवशेष लगवाए थे। यह बात औरंगजेब पर लिखी गई मसीर-ई-आलमगीरी किताब में है। विष्णु गुप्ता ने कहा कि इस किताब में लिखा है कि रविवार (24-25 मई,1689) का दिन था। उस दिन खान जहां बहादुर जोधपुर से मंदिरों को तबाह करके लौटा। उसके बाद बैल गाड़ियों से टूटी हुई मूर्तियों के अवशेष को दिल्ली लाया गया। इसलिए इसका सर्वे होना चाहिए।
हिंदू सेना ने अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका अजमेर सिविल कोर्ट ने स्वीकार की। 27 नवंबर को अदालत ने इसे सुनने योग्य माना। सिविल कोर्ट ने अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी अजमेर और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) को नोटिस भेजा है। मामले में अगली सुनवाई 20 दिसंबर को होगी। याचिका में रिटायर्ड जज हरबिलास सारदा की 1911 में लिखी किताब अजमेर: हिस्टॉरिकल एंड डिस्क्रिप्टिव का हवाला देते हुए दरगाह के निर्माण में मंदिर का मलबा होने का दावा किया गया है। साथ ही गर्भगृह और परिसर में एक जैन मंदिर होने की बात कही गई है। साथ ही, अजमेर दरगाह को 11 नवंबर को हिंदू मंदिर बताने का दावा करने वाले हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी मिली। कॉलर ने गुप्ता को कोर्ट में दायर वाद को वापस लेने की धमकी देते हुए कहा-केस वापस ले लो नहीं तो जान से मार देंगे। इसके बाद विष्णु गुप्ता देर रात क्रिश्चयन गंज थाने पहुंचे और शिकायत दी। धमकी भरे कॉल के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 38 वर्षीय विष्णु गुप्ता का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा में हुआ था। गुप्ता बचपन से ही उग्र हिंदू राष्ट्रवाद में दिलचस्पी रखते थे। वे कॉलेज के दिनों में ही शिवसेना की युवा शाखा में शामिल हो गए। 2008 में उन्होंने बजरंग दल जॉइन कर लिया।