मुंबई, 11 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार कैबिनेट मीटिंग छोड़कर चले गए। मीटिंग बीते दिन हुई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पवार के बैठक से चले जाने के बाद 38 फैसले लिए गए। यह भी दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ सुझाव रखे, जिनसे अजित सहमत नहीं थे। इसे लेकर दोनों में नोक-झोंक हुई और फिर अजित मीटिंग छोड़कर चले गए। वहीं, सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने बारामती से जुड़े कुछ प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजे थे। उन्होंने इनको मीटिंग में रखा। इसी बात से अजित नाराज हो गए और मंजूरी देने से इनकार कर दिया। अजित बारामती सीट से ही विधायक हैं। उनके पास वित्त मंत्रालय का जिम्मा है। वे पहले भी कैबिनेट के प्रस्तावों पर आपत्ति जता चुके हैं।
वहीं, इस मामले में अजित पवार ने कहा कि मैं सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से परमिशन लेकर मीटिंग से गया था। मेरी लातूर में मीटिंग थी। मुझे फ्लाइट पकड़नी थी, इसलिए मैं मीटिंग छोड़कर चला गया। हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ अपने मतभेदों पर कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, NCP सांसद सुनील तटकरे ने कहा कि महायुति में कोई मतभेद नहीं है। कैबिनेट बैठक से जल्दी चले जाने को इससे जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
आपको बता दें, हाल ही में उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने भी कहा था कि NCP के वोट ट्रांसफर न होने से आम चुनाव में खराब प्रदर्शन रहा। चुनाव में महायुति गठबंधन 48 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 17 सीटें ही जीत पाया। इनमें भाजपा को 9, शिवसेना को 7 और अजित पवार की NCP को सिर्फ 1 सीट मिली थी। करीब एक महीने पहले 31 अगस्त को महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता गणेश हेक ने कहा था कि NCP को महायुति गठबंधन छोड़ देना चाहिए। इसके जवाब में अजित पवार ने कहा था कि मुझे कार्यकर्ताओं की बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम PM मोदी, अमित शाह और फडणवीस से बात करते हैं। इससे पहले 29 अगस्त को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और शिवसेना नेता तानाजी सावंत ने कहा था कि मुझे कैबिनेट में अजित के बगल में बैठने से उल्टी आती है। NCP के साथ हमारी कभी नहीं बनी। तब अजित ने कहा था, कोई मेरी आलोचना करता है तो करता रहे। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं सिर्फ काम पर ध्यान देता हूं और काम करने पर विश्वास करता हूं।