हमास को पूरी तरह से खत्म करने के लिए इजरायली सेना जमीन और हवा से बमबारी और फायरिंग कर रही है. हमास के लड़ाके घनी आबादी वाले इलाकों से हमले कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच युद्ध में गरीब लोग मारे जाते हैं. हमास आतंकियों तक पहुंचने के लिए इजरायली सेना को जनता के बीच से गुजरना पड़ता है. इस बीच इजराइल के हमलों में कई निर्दोष लोग भी मारे जा रहे हैं. अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो 18 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इजराइल और फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के बीच अभी भी भीषण युद्ध जारी है. दोनों देश एक-दूसरे के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं. इस युद्ध में कुछ देश हमास का समर्थन कर रहे हैं तो कुछ इजरायल का। अमेरिका इस युद्ध में इजराइल का खुलकर समर्थन कर रहा है और इसके लिए दूसरे देशों का समर्थन भी जुटा रहा है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच रिश्ते में खटास आ गई है.
मासूमों की मौत से अमेरिका गुस्से में है
अमेरिका इस बात से बेहद नाराज है कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध में आम नागरिक मारे जा रहे हैं. इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि गाजा पट्टी में भारी गोलाबारी और बमबारी के कारण निर्दोष लोगों की जान जा रही है, जिसके कारण इजरायल लगातार अपना वैश्विक समर्थन खो रहा है। ऐसे में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को अपनी युद्ध रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है। बाइडेन ने एक कार्यक्रम में इजरायल के खिलाफ ये बात कही. इस कार्यक्रम में कई यहूदियों ने भी हिस्सा लिया.
नेतन्याहू को बदलने की जरूरत है
बाइडेन ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ समेत कई देश इस युद्ध में इजरायल के समर्थन में खड़े हैं. उन्होंने आगे कहा कि इजराइल लगातार इस युद्ध को मुश्किल बना रहा है. ऐसे में नेतन्याहू की सरकार को बदलने का समय आ गया है. हम इजराइल को एक बार फिर ओस्लो वाली गलती करने की इजाजत नहीं दे सकते।' जो बिडेन के बयान से साफ है कि वह नेतन्याहू से बेहद खफा हैं।