मुंबई, 05 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। शंघाई को ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक के लिए पाकिस्तान जा रहे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वे पड़ोसी मुल्क से किसी भी तरह की बातचीत करने के लिए वहां नहीं जा रहे हैं। दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते वक्त जयशंकर ने कहा कि उनके पाकिस्तान जाने की वजह सिर्फ SCO की बैठक है। यह एक बहुपक्षीय इवेंट है। वे वहां पर भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर चर्चा नहीं करेंगे। विदेश मंत्री ने कहा, SCO का एक अच्छा सदस्य होने के नाते मैं पाकिस्तान में बैठक में हिस्सा लेने जा रहा हूं। मैं एक सभ्य आदमी हूं तो वहां जाकर अच्छा व्यवहार ही करूंगा। इसके अलावा जयशंकर ने SAARC के एक्टिव न होने के लिए भी पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, SAARC फिलहाल आगे नहीं बढ़ रहा है। हमने सालों से उसकी कोई बैठक नहीं की है। इसका सिर्फ एक कारण है और वो यह कि संगठन का एक सदस्य दूसरे पर आतंकी हमले कर रहा है। आतंकवाद एक ऐसा मुद्दा है, जिसके साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम SAARC को आगे नहीं बढ़ा सकते। SAARC संगठन साउथ एशियाई देशों में तालमेल बैठाने के लिए बनाया गया था। भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका इसके सदस्य देश हैं। हालांकि भारत-पाकिस्तान के बीच मतभेदों की वजह से संगठन ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। इससे उसकी अहमियत पर सवाल खड़े होते हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर 15-16 अक्टूबर को पाकिस्तान जाएंगे। वे इस्लामाबाद में SCO के हेड्स ऑफ गवर्नमेंट (CHG) की बैठक में शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार (4 अक्टूबर) को इसकी जानकारी दी थी। 2015 में सुषमा स्वराज के दौरे के बाद पहली बार होगा जब भारत का कोई मंत्री पाकिस्तान जाएगा। दरअसल, पाकिस्तान ने 29 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को SCO मीटिंग के लिए न्योता दिया था। पाकिस्तान की विदेश विभाग की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा था कि बैठक में भाग लेने के लिए सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को निमंत्रण भेजा गया है।