मुंबई, 10 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव फिर बढ़ गया है। फिलिस्तीन के कब्जे वाले इलाके से आतंकी संगठन हमास इजराइल पर हमले कर रहा है। इजराइल की तरफ से जवाबी हमले किए जा रहे हैं। अब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर हमास और उसके मददगारों को वॉर्निंग दी है। नेतन्याहू ने कहा, अगर किसी ने इजराइली नागरिकों की जान ली तो फिर उसे अंजाम भी सोच लेना चाहिए। उसे या तो जेल मिलेगी या फिर मौत। हमारे नागरिकों के कातिलों को बख्शने का तो सवाल ही नहीं है।
तो वहीं, नेतन्याहू ने कैबिनेट मीटिंग की। इस दौरान पैरामिलिट्री अफसर सार्जेंट डेविड येहुदा यित्हाक की मौत पर शोक प्रकट किया गया। 23 साल के डेविड को पिछले हफ्ते फिलिस्तीन के कब्जे वाले जेनिन शहर में रेड के बाद लौटते वक्त आतंकियों ने मार डाला था। इसके बाद शुक्रवार को 22 साल के शिलो यूसुफ एमिर को भी हमास के आतंकियों ने गोली मार दी थी। बाद में एमिर की मौत हो गई। कैबिनेट मीटिंग में नेतन्याहू ने कहा, मेरी सरकार और इजराइल के लोग बहादुर जवानों की मौत से दुखी हैं। हम उन्हें सैल्यूट करते हैं और ये वादा भी करते हैं कि चाहे जो भी हो, इजराइल किसी आतंकी को छोड़ेगा नहीं। इजराइली PM ने आगे कहा, हम जहां इजराइली लोगों को बसाना चाहते हैं, वहां जरूर बसाएंगे। आतंकी चाहे जहां हों, उनकी पनाहगाहें तबाह की जाएंगी और आतंकियों के खिलाफ सरप्राइज अटैक जारी रहेंगे। इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए कि इजराइल अपने टारगेट हिट करने का वक्त और जगह खुद तय करेगा। हमने गाजा और जेनिन में यह करके दिखाया है और आगे भी करते रहेंगे।