मुंबई, 19 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका में वांटेड विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके खिलाफ दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने हत्या के प्रयास और किडनैपिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने विकास और उसके एक साथी को गिरफ्तार किया था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापारी ने विकास और गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के संबंधों के बारे में भी बताया था। इस मामले में विकास को अप्रैल में जमानत मिल चुकी है। अमेरिका ने विकास पर खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप तय किए हैं। इसके अलावा उस पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप भी लगाए गए। अमेरिका की खुफिया एजेंसी FBI का कहना है कि विकास भारत की इंटेलिजेंस एजेंसी RAW से जुड़े थे।
दिल्ली के आईटी कंपनी चलाने वाले एक बिजनेसमैन ने पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बिजनेसमैन ने बताया कि उसकी और विकास की मुलाकात नवंबर में हुई थी। खुद को एक सीनियर सरकारी अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने विकास से उसका परिचय करवाया था।
इसके बाद विकास ने उसे बताया कि वह एक अंडरकवर एजेंट है। हालांकि उसने कभी अपने काम और ऑफिस के बारे में बिजनेसमैन को नहीं बताया। विकास ने 11 दिसंबर को उसे लोधी रोड बुलाया। जहां विकास और उसके एक साथी ने बिजनेसमैन को किडनैप कर लिया। वे उसे डिफेंस कॉलोनी इलाके के एक फ्लैट में ले गए। यहां विकास ने उसे बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उसे बिजनेसमैन को मारने की सुपारी दी है। उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसकी सोने की चेन, अंगूठिया और कैश छीन लिया। इसके बाद वे उसे सड़क किनारे छोड़कर भाग गए। विकास ने बिजनेसमैन को धमकाया था कि अगर उसने पुलिस में शिकायत दी तो अच्छा नहीं होगा।
दरअसल, पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू को मारने की साजिश पिछले साल सितंबर में PM मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।