8 मार्च 2025 को शनिवार का दिन है, जो हिंदू पंचांग के अनुसार महत्वपूर्ण तिथियों और शुभ मुहूर्तों से भरपूर है। आइए जानते हैं इस दिन के पंचांग के मुख्य तत्वों के बारे में।
तिथि (Tithi):
8 मार्च 2025 को शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। यह तिथि शुभ मानी जाती है और धार्मिक कार्यों के लिए उपयुक्त होती है।
नक्षत्र (Nakshatra):
इस दिन का नक्षत्र आर्द्रा है, जो सुबह 4:12 बजे तक रहेगा। आर्द्रा नक्षत्र को मिश्रित फलदायी माना जाता है, इसलिए इस समय में नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
योग (Yoga):
8 मार्च को आयुष्मान योग है, जो सुबह 4:12 बजे तक रहेगा। आयुष्मान योग को शुभ योगों में गिना जाता है, जो स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए लाभकारी होता है।
करण (Karana):
इस दिन का करण तैतिल है, जो शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त (Sunrise and Sunset):
- सूर्योदय: सुबह 6:20 बजे
- सूर्यास्त: शाम 6:09 बजे
चंद्रमा की स्थिति (Moon Sign):
इस दिन चंद्रमा मिथुन राशि में रहेगा, जो संचार, बुद्धिमत्ता और सामाजिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है।
शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings):
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:52 बजे से 12:38 बजे तक। यह समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है और महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयुक्त होता है।
अशुभ मुहूर्त (Inauspicious Timings):
- राहुकाल: सुबह 9:18 बजे से 10:46 बजे तक। इस अवधि में नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
- यमगंड: दोपहर 1:43 बजे से 3:12 बजे तक। इस समय भी शुभ कार्यों से परहेज करना उचित है।
- गुलिक काल: सुबह 6:20 बजे से 7:49 बजे तक। इस अवधि में भी नए कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।
ऋतु और मास (Season and Month):
यह दिन शिशिर ऋतु में आता है, जो ठंड का मौसम होता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह फाल्गुन मास का शुक्ल पक्ष है।
विक्रम संवत और शक संवत (Vikram Samvat and Shaka Samvat):
- विक्रम संवत: 2081
- शक संवत: 1946
दैनिक राशिफल (Daily Horoscope):
चंद्रमा की मिथुन राशि में स्थिति के कारण, इस दिन मिथुन राशि के जातकों के लिए विशेष लाभकारी समय हो सकता है। संचार से जुड़े कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। अन्य राशियों के लिए भी यह दिन मिश्रित फलदायी रहेगा, और उन्हें अपने कार्यों में संतुलन बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
विशेष सुझाव (Special Suggestions):
- धार्मिक कार्य: शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि होने के कारण, इस दिन धार्मिक अनुष्ठान, व्रत, और पूजा-पाठ के लिए उत्तम समय है।
- नए कार्यों की शुरुआत: आर्द्रा नक्षत्र और राहुकाल के समय को छोड़कर, अन्य शुभ मुहूर्त में नए कार्यों की शुरुआत की जा सकती है।
- यात्रा: यदि यात्रा की योजना है, तो शुभ मुहूर्त का चयन करें और अशुभ काल से बचें।
निष्कर्ष (Conclusion):
8 मार्च 2025 का पंचांग शुभ तिथियों और मुहूर्तों से युक्त है। धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से यह दिन महत्वपूर्ण है, और उचित समय का चयन करके अपने कार्यों को सफल बनाया जा सकता है। पंचांग के इन तत्वों को ध्यान में रखते हुए, आप अपने दिन की योजना बना सकते हैं और शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।