कोरोना काल के बाद हर जगह परेशानियों से झुंज रहा है पूरा विश्व और भारत | और उसी में सबसे बड़ी परेशानी आगई है पेट्रोल के दाम में बढ़त | अब यह परेशानी कम थी नहीं की उसी में फ़र्ज़ी खबरों की मुसीबत होगई थी |
एक बिल की पर्ची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, पेट्रोल लेने के बाद पंप की ओर से मिला बिल था । जिस पर नीचे लिखा था कि अगर आप इतना महंगा पेट्रोल फिर नहीं लेना चाहते तो नरेंद्र मोदी को फिर से वोट मत देना। मुंबई के विक्रोली में साईं बालाजी पेट्रोलियम नामक 'एचपीएल' डीलर द्वारा कथित रूप से पेट्रोल बिल की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी |
इसे इस तरह से प्रिंट किया गया है कि ये असली लगे | यह किसी पेट्रोल पंप की पर्ची नहीं थी |
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) - भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल और गैस कंपनी - ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर स्पष्ट किया कि बिल वास्तविक नहीं है और उनके बिल प्रारूप का पालन नहीं करता है।
बिल का बारीकी से अवलोकन जब किआ गया तब पाया गया कि बिल में उल्लिखित तारीख वर्ष 2018 की है।
और तो और जब उस बिल के गाड़ी नंबर और साईं बालाजी पेट्रोलियम को डुंडा गया तब सामने आया की ऐसा कोई रजिस्टर नंबर नहीं है और न ही ऐसे कोई पेट्रोल पंप है |
" बिल में विचाराधीन बिल एक नकली बिल है जिसका एचपीसीएल से कोई लेना-देना नहीं है। फर्जी बिल में कंपनी का नाम एचपीएल दिया गया है और यह लंबे समय से डिजिटल माध्यम में चल रहा है जिसमें गलत इरादे हैं। एचपीसीएल द्वारा वास्तविक बिल प्रारूप संदर्भ के लिए संलग्न है " , ऐसा ट्वीट एचपीसीएल द्वारा किआ गया |
यह बिल एक दम फ़र्ज़ी है यह साबित होगया |