मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, महाराष्ट्र का विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे पर एक समझौते पर पहुंच गया है। प्रस्तावित व्यवस्था के तहत, कांग्रेस के 105-110 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को 90-95 सीटें आवंटित की जाएंगी, और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 75-80 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
महायुति को हराने के लिए गठबंधन की रणनीति
एमवीए, जो 2019 के राज्य चुनावों के बाद एक साथ आया था, का उद्देश्य सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को चुनौती देना है, जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और एनसीपी का अजीत पवार गुट शामिल हैं। विपक्ष को उम्मीद है कि वह हाल के लोकसभा चुनावों के प्रदर्शन को दोहराएगा, जहां उन्हें महायुति की 17 सीटों की तुलना में 30 सीटें मिली थीं।
सीट-बंटवारे संबंधी विवादों का समाधान
सीट-बंटवारे पर आंतरिक असहमति ने शुरू में एमवीए के भीतर तनाव पैदा कर दिया। कांग्रेस नेता नाना पटोले और शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत के बीच सीट बंटवारे को लेकर सार्वजनिक रूप से बहस हो गई थी। इस मुद्दे को सुलझाने के लिए एमवीए नेताओं ने मुंबई के ट्राइडेंट होटल में नौ घंटे तक बैठक की। आखिरकार, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) दोनों नेताओं ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मध्यस्थता की मांग की, जिन्होंने विवादों को सुलझाने में मदद की।
चुनाव की तारीखें
288 सदस्यीय सदन के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे, जिसके नतीजे 23 नवंबर को आने की उम्मीद है।