अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य से एक बार फिर दुखद खबर सामने आई है। चिनो हिल्स इलाके में स्थित एक हिंदू मंदिर पर कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। मंदिर के मुख्य द्वार और दीवारों पर तोड़फोड़ की गई, और कई आपत्तिजनक नारों को भी लिखा गया। इस घटना से हिंदू समुदाय में आक्रोश है। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने मौके पर खड़े होकर 'मोदी मुर्दाबाद' और 'हिंदुस्तान मुर्दाबाद' जैसे नारे भी लगाए। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मंदिर प्रशासन और स्थानीय भारतीय समुदाय में भय और चिंता का माहौल है।
BAPS मंदिर बना निशाना
यह हमला चिनो हिल्स स्थित BAPS (Bochasanwasi Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha) मंदिर पर हुआ है। संस्था ने खुद इस हमले का वीडियो अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर साझा किया है। वीडियो में कुछ नकाबपोश उपद्रवियों को मंदिर परिसर में तोड़फोड़ करते और भड़काऊ नारे लगाते देखा जा सकता है। हमला सुनियोजित प्रतीत हो रहा है। BAPS संस्था ने अमेरिकी प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
3 साल में 10 से ज्यादा मंदिर निशाना
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका में किसी हिंदू मंदिर पर हमला हुआ है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि पिछले तीन वर्षों में अमेरिका में कम से कम 10 हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा चुका है। 2022 से इन घटनाओं में तेजी आई है। किसी मंदिर पर दीवारों पर भड़काऊ बातें लिखी जाती हैं, तो कहीं मूर्तियां खंडित कर दी जाती हैं। इन घटनाओं के पीछे लगातार खालिस्तान समर्थक गुटों का नाम सामने आ रहा है।
क्या है इसके पीछे की वजह?
जानकारों का मानना है कि इन हमलों के पीछे खालिस्तान समर्थक संगठनों का हाथ है। खालिस्तान मूवमेंट के समर्थक विदेशों में ‘खालिस्तानी रिफरेंडम’ के जरिए एक अलग सिख राज्य की मांग को हवा दे रहे हैं। उनका मकसद पंजाब को भारत से अलग करना है। कैलिफोर्निया में भी जल्द ही ऐसा एक जनमत संग्रह प्रस्तावित है। यही कारण बताया जा रहा है कि भारत विरोधी गतिविधियों में तेजी आई है। हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए वीडियो भी वायरल हुए थे। अब मंदिरों पर हमलों के जरिए वे समुदाय विशेष में डर और अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
भारतीय समुदाय में आक्रोश
कैलिफोर्निया में रहने वाला भारतीय मूल का समुदाय इन घटनाओं से आहत है। उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और मंदिरों को सुरक्षा देने की मांग की है। भारतीय दूतावास ने भी अमेरिकी सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की है। वहीं स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की पहचान में जुट गई है।
निष्कर्ष
कैलिफोर्निया में हिंदू मंदिर पर हुआ यह हमला केवल एक धार्मिक स्थल पर हमला नहीं, बल्कि भारतीय समुदाय की संस्कृति और विश्वास पर हमला है। खालिस्तानी समर्थकों द्वारा फैलाए जा रहे डर और हिंसा के इस दौर में वैश्विक स्तर पर एकजुट होकर आवाज उठाना जरूरी है। अमेरिकी प्रशासन से यह अपेक्षा की जा रही है कि वह दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाए और हिंदू मंदिरों को सुरक्षा प्रदान करे।