कैरिबियाई सागर में उठा शक्तिशाली चक्रवाती तूफान 'मेलिसा' दक्षिणी हैती और जमैका में भारी तबाही मचाते हुए आगे बढ़ गया है। तूफान के कारण आई भीषण बाढ़ और तेज हवाओं ने जान-माल का भारी नुकसान किया है, जिससे दोनों द्वीपीय राष्ट्रों में आपातकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, केवल दक्षिणी हैती में ही लगभग 25 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
हैती में विनाशकारी बाढ़ और मानवीय संकट
हैती के दक्षिणी क्षेत्र में मेलिसा तूफान के कारण पिछले एक सप्ताह से मूसलाधार बारिश हो रही थी, जिसके चलते अनुमान है कि 12 इंच से अधिक वर्षा हुई। इस अत्यधिक वर्षा के कारण नदी का तटबंध टूट गया, जिससे पानी का भीषण बहाव निचले इलाकों में आ गया और इसने 25 लोगों की जान ले ली। स्थिति की गंभीरता इस बात से स्पष्ट होती है कि हैती की नागरिक सुरक्षा एजेंसी का केवल एक अधिकारी प्रभावित क्षेत्र में मौजूद था। बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ने पर निवासी स्वयं ही सुरक्षित स्थानों पर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे थे। नागरिक सुरक्षा एजेंसी के सीमित संसाधन और पहुँच ने इस मानवीय संकट की गंभीरता को और बढ़ा दिया है, जिससे प्रभावित लोगों तक सहायता पहुँचाने में भारी बाधाएं आ रही हैं। हैती, जो पहले से ही कई सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है, के लिए यह प्राकृतिक आपदा एक बड़ा झटका है।
जमैका में बिजली संकट और बचाव अभियान
पड़ोसी देश जमैका में भी तूफान मेलिसा ने भयंकर तबाही मचाई। तूफान के गुजर जाने के बाद, जमैका के अधिकारियों ने सेंट एलिजाबेथ पैरिश से चार शव बरामद किए हैं। पूरे द्वीप में बड़े पैमाने पर बचाव अभियान (रेस्क्यू ऑपरेशन) जारी है। तूफान के कारण देश का बिजली ग्रिड बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। जमैका की प्रमुख बिजली कंपनी, जमैका पब्लिक सर्विस, ने घोषणा की है कि वह ग्रिड की क्षति का आकलन कर रही है। यह आकलन बिजली बहाली के प्रयासों का पहला और महत्वपूर्ण चरण है। कंपनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि इससे उन्हें सबसे सुरक्षित और तेज तरीके से बिजली बहाल करने के लिए आवश्यक जानकारी मिल सकेगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि तूफान के कारण देश का लगभग 77% हिस्सा अभी भी बिजली के बिना है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि तूफान के आने से पहले ही देश का विद्युत ग्रिड काफी दबाव में था, जिससे क्षति की आशंका अधिक थी।
तूफान की तीव्रता और आगे की राह
तूफान मेलिसा ने मंगलवार को जमैका में श्रेणी 5 के एक शक्तिशाली तूफान के रूप में दस्तक दी थी। सैफिर-सिम्पसन पैमाने पर यह उच्चतम तीव्रता है, जिसने जमैका में विनाशकारी तबाही मचाई। जांच एजेंसियां नुकसान की पूरी सीमा का आकलन कर रही हैं। यह तूफान सोमवार की सुबह श्रेणी 3 के तूफान के रूप में क्यूबा पहुंचा था। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र (NHC) के अनुसार, बुधवार दोपहर तक मेलिसा कमजोर पड़कर श्रेणी 2 के तूफान में बदल गया है, जिसकी निरंतर हवाओं की गति लगभग 100 मील प्रति घंटे तक दर्ज की गई है। हालाँकि, तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद, प्रभावित क्षेत्रों में अब भी बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, और राहत तथा पुनर्निर्माण कार्य एक लंबी और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया होगी। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से सहायता और सहयोग की अपेक्षा है ताकि हैती और जमैका इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव से उबर सकें।