अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित ऑरलैंडो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा उस समय टल गया जब अटलांटा के लिए उड़ान भरने जा रहे एक यात्री विमान में अचानक आग लग गई। डेल्टा एयरलाइंस की इस फ्लाइट में कुल 282 यात्री सवार थे। यह घटना रविवार को तब हुई जब विमान रनवे की ओर बढ़ रहा था। दाएं इंजन से अचानक आग की भीषण लपटें निकलने लगीं, जिससे यात्रियों और एयरपोर्ट स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई।
विमान में मची चीख-पुकार
जैसे ही इंजन से आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकलने लगीं, विमान में मौजूद बच्चों और महिलाओं में चीख-पुकार मच गई। यात्रियों में दहशत फैल गई और स्थिति भयावह हो गई। वहीं एयरपोर्ट की सुरक्षा एजेंसियों और स्टाफ के बीच भी तनाव का माहौल बन गया। फौरन फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीम को अलर्ट किया गया। घटना का एक वीडियो टर्मिनल में मौजूद एक यात्री ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सुरक्षा बलों की तत्परता से बची जान
घटना की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट स्टाफ ने तत्काल सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को सक्रिय कर दिया। इमरजेंसी स्लाइड्स के जरिए सभी 282 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग ने मोर्चा संभाला और समय रहते आग बुझा दी गई। किसी यात्री के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन इस घटना ने यात्रियों की सांसें जरूर अटका दीं।
FAA और डेल्टा एयरलाइंस ने की पुष्टि
संघीय उड्डयन प्रशासन (FAA) और डेल्टा एयरलाइंस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विमान के दो इंजनों में से एक में तकनीकी गड़बड़ी के चलते आग लगी। डेल्टा एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, "हम अपने यात्रियों के सहयोग की सराहना करते हैं और इस अप्रत्याशित घटना के लिए खेद प्रकट करते हैं। हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है।"
डेल्टा ने यात्रियों के लिए किए वैकल्पिक प्रबंध
डेल्टा एयरलाइंस ने यह भी जानकारी दी है कि प्रभावित फ्लाइट के यात्रियों को वैकल्पिक विमानों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। सभी यात्रियों को प्राथमिकता के आधार पर सहायता और जरूरी जानकारी दी जा रही है।
निष्कर्ष
ऑरलैंडो एयरपोर्ट पर हुआ यह हादसा एक बार फिर से विमानन सुरक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। अगर समय रहते फायर ब्रिगेड और एयरपोर्ट सुरक्षा बल सक्रिय नहीं होते, तो यह हादसा एक बड़ी त्रासदी में बदल सकता था। गनीमत रही कि सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन यह घटना विमानन तकनीक और नियमित सुरक्षा जांच की महत्ता को उजागर करती है।