ताजा खबर

पाकिस्तान में कराची हाईवे पर सेना के काफिले पर हमला, 32 जवानों की मौत

Photo Source :

Posted On:Monday, May 26, 2025

पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति लगातार चिंताजनक होती जा रही है। हाल ही में खुजदार के पास कराची-क्वेटा राजमार्ग पर सेना के एक काफिले पर हुए भयंकर आतंकी हमले ने देश की नाजुक सुरक्षा स्थिति को फिर से उजागर कर दिया है। इस विस्फोट में 32 पाकिस्तानी सैन्यकर्मी शहीद हो गए, जबकि दर्जनों अन्य घायल हुए हैं। यह हमला इस बात का संकेत है कि आतंकवाद अब केवल दूर-दराज़ इलाकों की समस्या नहीं रह गई है, बल्कि बड़े शहरों और महत्वपूर्ण रूट्स तक में इसकी पकड़ बढ़ती जा रही है, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर चुनौती मिली है।

हमला कैसे हुआ?

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह हमला कराची-क्वेटा राजमार्ग पर खड़ी एक कार में रखे गए विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से किया गया। उस दिन सेना के आठ वाहन इस काफिले में थे, जिनमें से तीन वाहन विस्फोट की वजह से भारी नुकसान झेलने पड़े। इस काफिले में सेना के जवानों के परिवारों को ले जा रही एक बस भी शामिल थी, जिससे इस हमले की संवेदनशीलता और बढ़ गई है।

आतंकियों का निशाना: सेना की बसें और नागरिक

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में इस प्रकार के हमले हुए हैं। 21 मई को भी कराची-क्वेटा हाईवे पर आतंकियों ने एक आर्मी पब्लिक स्कूल की बस को निशाना बनाया था, जिसमें ड्राइवर समेत पांच लोग मारे गए थे। इस तरह के हमले बच्चों और परिवारों को सीधे निशाना बनाकर आतंक फैलाने की नीयत से किए जाते हैं। ऐसे हमलों ने पाकिस्तान की आम जनता में दहशत फैला रखी है और लोगों की सुरक्षा को लेकर विश्वास कम हो गया है।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

पाकिस्तानी सेना और खुफिया विभाग इस हमले की गंभीरता को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ सैन्य अधिकारी इसे स्कूल बस हमले से जोड़कर असली तस्वीर को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, लगातार बढ़ते आतंकवादी हमलों ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति अत्यंत नाजुक है और बड़े पैमाने पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।

राजनीतिक माहौल और सुरक्षा

इस हमले के बाद पाकिस्तान की सेना ने एक डिनर पार्टी का आयोजन किया जिसमें फील्ड मार्शल और आर्मी चीफ आसिम मुनीर, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो समेत कई बड़े नेता मौजूद थे। यह पार्टी ऐसे वक्त में हुई जब देश आतंकवादी हमलों की चपेट में था, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजनीतिक नेतृत्व और सेना की नीतियां सुरक्षा के मुद्दे पर पूरी तरह गंभीर हैं।

क्षेत्रीय तनाव और आतंकवाद

शहबाज शरीफ चार देशों—तुर्की, ईरान, अजरबैजान और ताजिकिस्तान—के दौरे पर हैं, जहां वह भारत के साथ जारी तनाव के बारे में पाकिस्तान का पक्ष रखेंगे। लेकिन देश के भीतर बढ़ती आतंकी घटनाओं और सुरक्षा चुनौतियों से निपटना भी उनके लिए बड़ी चुनौती है। पाकिस्तान की जनता आतंकी हमलों से त्रस्त है और यह सवाल उठ रहा है कि सरकार और सेना किस तरह इन खतरों से निपटेंगी।

निष्कर्ष

पाकिस्तान में आतंकवाद एक गंभीर समस्या बन चुकी है जो देश की आंतरिक सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है। बड़े शहरों में भी हमले होने लगे हैं, जिससे सुरक्षा की स्थिति लगातार खराब हो रही है। कराची-क्वेटा राजमार्ग पर हुए इस बड़े हमले ने पाकिस्तान की कमजोर सुरक्षा तंत्र को एक बार फिर उजागर किया है। इस समय देश को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की बेहद जरूरत है, ताकि आम नागरिक और सुरक्षा बल दोनों सुरक्षित रह सकें। वरना इस अनिश्चित स्थिति का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पड़ सकता है।


अलीगढ़, देश और दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. aligarhvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.