मुंबई, 02 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले उपराष्ट्रपति उम्मीदवारों के बीच बहस हुई। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार टिम वॉल्ज और रिपब्लिकन कैंडिडेट जेडी वेंस ने 90 मिनट तक डिबेट की। डिबेट CBS न्यूज ने आयोजित कराई थी। डिबेट के बाद हुए पोल्स में डोनाल्ड ट्रम्प के साथी उम्मीदवार जेडी वेंस को जीता बताया गया। CBS यूगॉव पोल के मुताबिक 42% लोगों ने वेंस को डिबेट का विजेता माना है। वहीं, 41% लोगों ने माना कि टिम वॉल्ज की जीत हुई। 17% लोगों ने माना कि मुकाबला बराबरी पर रहा। वहीं, BBC के मुताबिक वॉल्ज की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन बाद में उन्होंने अच्छा कमबैक किया। वहीं, कई एक्सपर्ट्स ने कहा कि रिपब्लिकन उम्मीदवार वेंस ने सीधे शब्दों में अपनी बातें रखीं। उन्होंने वॉल्ज के वादों को लेकर कहा कि अभी डेमोक्रिटक पार्टी की सरकार है। वे जो वादे कर रहे हैं वो उन्हें इस कार्यकाल में पूरा कर सकते थे। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए 5 नवंबर को चुनाव हैं। दोनों प्रमुख पार्टियों की ये आखिरी डिबेट थी। राष्ट्रपति पद के लिए अब तक दो डिबेट हो चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पहली बहस के बाद रेस से बाहर हो गए थे। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने उनकी जगह ली और ट्रम्प के साथ दूसरी बहस में हिस्सा लिया था।
वहीं, ट्रम्प और बाइडेन के उलट दोनों ही दलों के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों ने बहस से पहले एक-दूसरे से हाथ मिलाया। दोनों ने मिडिल ईस्ट संकट, अमेरिकी इकोनॉमी, अबॉर्शन, हेल्थ केयर, इमिग्रेशन, गन वॉयलेंस, क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर बहस की। डिबेट के दौरान डेमोक्रेट नेता वॉल्ज ने ट्रम्प की ज्यादा उम्र पर भी लोगों का ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि 80 साल के ट्रम्प असली मुद्दे पर ध्यान देने की बजाय भीड़ जुटाने पर ध्यान देते हैं। डिबेट के दौरान दोनों पार्टी के नेताओं ने एक-दूसरे की आलोचना करने के बजाय राष्ट्रपति उम्मीदवारों की आलोचना की। वहीं, डिबेट की शुरुआत मिडिल ईस्ट संकट से हुई। मिनिसोटा गवर्नर वॉल्ज ने कहा कि अमेरिका को मिडिल ईस्ट में अपनी मौजूदगी बनाए रखनी चाहिए और इजराइल के साथ खड़ा रहना चाहिए। डेमोक्रेटिक नेता ने कहा कि कमला हैरिस अपने साथी देशों की अहमियत समझती हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रम्प का अपने सहयोगी देशों को मदद करने का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। इसके जवाब में रिपब्लिकन उम्मीदवार वेंस ने कहा कि वॉल्ज के ये आरोप बेबुनियाद हैं। जब ट्रम्प राष्ट्रपति थे तो उन्होंने इजराइल का काफी साथ दिया था। वेंस ने कहा कि हमें अपने सहयोगियों की मदद करनी चाहिए चाहे वे कहीं भी कितनी भी बुरी हालत में क्यों न हों।