कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार को रुनाहा, नजीराबाद और सूरजपुरा के शासकीय प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उनके निरीक्षण के दौरान कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए जिस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही प्रशासनिक अमला व्यवस्था जांचने में जुट गया है. इसी क्रम में राजधानी के जिलाधिकारी आशीष सिंह ने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, जहां कई शिक्षक और कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये. चार शिक्षकों समेत पांच कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें निलंबित करने का आदेश दिया गया है.
वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी ने चार शिक्षकों और एक क्लर्क को निलंबित कर दिया और दो को कारण बताओ नोटिस जारी किया. वहीं, 2 आउटसोर्स ऑपरेटरों की सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई की गई है. नजीराबाद के प्रभारी प्रधानाध्यापक की दो वेतन वृद्धि रोकी गई है।
साथ ही नीलम शर्मा उ.मा.शि. वहीं आरती त्रिपाठी यूएम शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए दो आउटसोर्स ऑपरेटरों कान्हा मीना और भजन गौड़ की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। शासकीय माध्यमिक विद्यालय नजीराबाद के प्रभारी प्रधानाध्यापक की दो वेतन वृद्धि रोकी गई है। कलेक्टर आशीष सिंह शा.उ.मा.वि. रुनाहा, शा.शा.शा. अर्थ स्कूल नजीराबाद, शा.मा.शा. सूरजपुरा का औचक निरीक्षण कर स्कूलों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। कलेक्टर के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों में सुशीला सोलंकी माध्यमिक शिक्षक, शुभम सिंह सहायक वर्ग तीन, कुमुद कुशवाह प्राथमिक शिक्षक, मीना चतुर्वेदी प्रा.वि. एवं नानक प्रसाद अहिरवार, प्रो. निलंबित कर दिया गया है.